उत्तर प्रदेश सीतापुर

नगर पंचायत हरगांव के तीर्थ वार्ड में नाली निर्माण से बाज़ार का रास्ता हुआ ख़राब

नगर पंचायत हरगांव के तीर्थ वार्ड में नाली निर्माण से बाज़ार का रास्ता हुआ ख़राब।
-सड़क पर पड़ी मिट्टी व दबंगों के अतिक्रमण से मार्ग हुआ अवरूद्ध।

रिपोर्ट राकेश पाण्डेय

सीतापुर। जिले की नगर पंचायत हरगांव के अन्तर्गत तीर्थ वार्ड में विगत लगभग तीन माह से रास्ते पर सुचारु रूप से आवागमन बाधित है। जिसके चलते बाजार तक चार पहिया वाहन नहीं जा पा रहे है और न ही बाजार जाने वाले पैदल राहगीरों को निकलना आसान हो पा रहा है।
बाजार जाने वाली गली में दबंगों ने रोड पर नल व भट्ठियाँ लगा रखी है। बाजार जाने वाले रास्ते पर व्याप्त अतिक्रमण खराब रास्ते को लेकर यहां के दुकानदारों ने भी आपत्ति जताई है दुकानदारों का कहना है कि रास्ता खराब होने के चलते दुकानों पर ग्राहक आने से कतराते हैं। जिससे व्यापार पर कुप्रभाव पड़ रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार हरगांव नगर पंचायत के तीर्थ वार्ड में बुधवार व शनिवार को लगने वाली बाजार को जाने वाले मार्ग पर विगत तीन माह से बाजार जाने वाले नागरिकों का रास्ता बंद पड़ा है। बाजार जाने के लिए नागरिकों को भारी दिक्कत का सामना करना पडता है।तीन माह पूर्व में नाला निर्माण को लेकर नाली की खुदाई करवाई गई थी। जिसमे अपने को तीर्थ वार्ड का सभासद प्रतिनिधि बताने वाले एक व्यक्ति ने नाले की खुदाई कराकर मिट्टी रोड पर ही डाल दिया था। जिससे आवागमन लगभग दो माह तक बाधित रहा। उसके बाद नाले का निर्माण कार्य चालू किया गया। जिसमें केवल थोड़ी सी मिट्टी हटाकर काम चालू करवा दिया। आसपास के दुकानदारों ने बताया कि जो नाली का निर्माण करवाया गया वह मानक के अनुरूप नहीं था।इसलिए उस नाली के करीब में अगर कोई वाहन निकल जाता है। तो बिना पंचर हुये नहीं बच सकता। क्योंकि नाले के ऊपर से करीब एक से दो इंच तक सरिया निकली है।
बताया यहाँ तक जा रहा है कि जो नाली का निर्माण कराई जा रही है। उसका टेंडर ही नहीं हुआ है। यहाँ तक की उसका वर्क आउट भी नहीं बना है। अब देखना यह है की ऐसे मे बिना किसी टेंडर व वर्क आउट के नाली का निर्माण कैसे कराया जा रहा है।बाजार जाने वाले रास्ते का पूर्ण रूप से आवागमन बाधित किया जा रहा है।
लोगों की शिकायत के बाद अपने निरीक्षण के समय नगर पंचायत के अधिशाषी अधिकारी अरविन्द सिंह ने गत शनिवार को बाजार जाने वाले मार्ग से अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया गया था।मगर अधिशाषी अधिकारी के आदेश के बावजूद समाचार लिखे जाने तक अतिक्रमण नहीं हटाया गया जिससे स्पष्ट हो रहा है अधिशाषी अधिकारी के सारे आदेश हवा-हवाई ही साबित हो रहे हैं।

LEAVE A RESPONSE

Your email address will not be published. Required fields are marked *