परमिट की भेंट चढ़ रहे हरे आम के पेड़ 10 की परमिट काटे जा रहे 27 ।
परमिट की भेंट चढ़ रहे हरे आम के पेड़ 10 की परमिट काटे जा रहे 27 ।
ब्यूरो सुजीत कुमार तिवारी बहराइच
नवाबगंज बहराइच,पर्यावरण संतुलन के लिए प्रतिवर्ष सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर वन विभाग से पौधरोपण कराती है। सरकार का उद्देश्य है कि पौधरोपण से हरियाली होगी, फल मिलेगा और पर्यावरण भी शुद्ध रहेगा। लेकिन सरकार की इस मंशा पर लकड़ी ठेकेदार हावी है। जो हरे आम के पेड़ों पर आरा चला रहे हैं। इन लकड़ी ठेकेदारों को वन विभाग व उद्यान विभाग का संरक्षण भी प्राप्त है। लकड़ी ठेकेदार विभाग से सांठगांठ कर हरे पेड़ों को पुराने, फलहीन व रोगग्रस्त बता कर परमिट जारी करा लेते हैं ।और बेखौफ होकर हरियाली का नामोनिशान मिटाने पर जुट जाते हैं। विकास खंड नवाबगंज अंतर्गत इस समय हरे आमों के पेड़ों पर आरा चल रहा है। पर्यावरण कार्यकर्ता जब विभाग के अधिकारियों से शिकायत करते हैं तो वन विभाग के अधिकारी अंजान बन जाते हैं उन्हें मालूम ही नहीं कहां पर कटान हो रहा है। पिछले एक सप्ताह के भीतर नवाबगंज क्षेत्र गंगापुर गुलहरिया, बेलवा भारी, सेमरा,रहीम नगर धोबाही, निबिया ,रूपैडिहा थाना क्षेत्र अंतर्गत बरवलिया, नारायनापुर, खैरनिया, आदि स्थानों पर एक परमिट कई कई पेड़ काटे गए। नवाबगंज के चौगड़वा में दस पेड़ की परमिट पर 27पेड़ काटे गए।
दबंग ठेकेदार द्वारा हरे-भरे आम के पेड़ों को काटकर गिरा दिया जाता है। बदले में हर किसी को परमिट दिखाकर बाग से रवाना कर देते हैं। परमिट में विभाग ने पेड़ों को रोगग्रस्त, पुराने व फलहीन बता रखा है। जबकि पेड़ हरे भरे हैं। अब्दुल्ला गंज वन क्षेत्राधिकारी पंकज शाहू से बात की गई तो उन्होंने बताया कि चौगड़वा में दस पेड़ की परमिट जारी थी ठेकेदार ने 15 पेड़ काटे हैं।उस पर जुर्माना किया गया है।जहां भी ऐसी शिकायत मिलती है जुर्माना व कारवाई की जाएगी। और जो भी परमिट जारी होगी मौके पर पहुंच कर हम खुद जांच करेंगे।
इस संबंध में बहराइच वन प्रभाग के डीएफओ अजीत प्रताप सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि आपके द्वारा संज्ञान में आया है देखा जाएगा।