- Homepage
- ताजा समाचार
- खाद्य उपलब्ध ना होने से जनपद के किसान दर-दर भटकने को मजबूर
खाद्य उपलब्ध ना होने से जनपद के किसान दर-दर भटकने को मजबूर
*जनपद चंदौली में खाद्य की किल्लत से परेशान किसान*
खाद्य उपलब्ध ना होने से जनपद के किसान दर-दर भटकने को मजबूर
धान का कटोरा कहे जाने वाले जनपद में खाद की किल्लत से किसान जूझ रहे हैं। क्षेत्र के किसी भी समिति पर खाद उपलब्ध नहीं होने से किसान खाद के लिए दर-दर भटक रहे हैं। बावजूद इसके किसानों को खाद उपलब्ध नहीं होने से किसानों में भारी रोष व्याप्त है।
क्षेत्र के साधन सहकारी समिति संघति व डिग्गी पर डीएपी व यूरिया खाद उपलब्ध नहीं है। वही साधन सहकारी समिति धूसखास के सचिव राम भजन मौर्या की पिछले दिनों मौत हो जाने के बाद यहां विभागीय अधिकारियों द्वारा सील कर दिया गया है। जिससे क्षेत्र के बसनी,कोरी,धूसखास, जलालपुर, तारापुर, जीवनपुर, सदलपुरा,डेवढिल,टडियां, महादेवपुर, गंजख्वाजा, सहित दर्जनों गांव के किसान समितियो का चक्कर खाद के लिए लगा रहे हैं। लेकिन किसी भी समिति पर खाद उपलब्ध नहीं है। किसान नेता केदार यादव ने बताया कि खाद उपलब्ध नहीं होने से किसानों के खेतों में छिड़काव नहीं हो पा रहा है। जिससे फसल बर्बाद होने का आसन का बना हुआ है। विभागीय अधिकारी किसानों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहे हैं। रामाशीष यादव ने बताया कि समिति पर खाद उपलब्ध नहीं होने से हम लोगों के खेतों में डीएपी और यूरिया खाद का छिड़काव नहीं हो पा रहा है। जिससे फसल बर्बाद हो रही है। वसीम अहमद ने बताया कि जब-जब किसानों को खाद की जरूरत पड़ती है समितियां से खाद नदारत रहती है। किसान खाद के लिए सड़क पर उतरने का काम करते हैं तो सिर्फ आश्वासन दिया जाता है। रामनिवास मिश्रा ने बताया कि डीएपी के साथ-साथ इन दोनों यूरिया का छिड़काव धान के खेतों में बहुत ही जरूरी है। लेकिन अधिकारियों की मनमानी के कारण किसानों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।