चंदौली

विकास खंड सकलडीहा के प्राथमिक विद्यालय सरेसर में अध्यापकों द्वारा शिक्षण कार्य के अलावा बच्चों में मनोवैज्ञानिक रूप से बौद्धिक क्षमता बढ़ाने कार्य भी किया जा रहा

विकास खंड सकलडीहा के प्राथमिक विद्यालय सरेसर में अध्यापकों द्वारा शिक्षण कार्य के अलावा बच्चों में मनोवैज्ञानिक रूप से बौद्धिक क्षमता बढ़ाने कार्य भी किया जा रहा है। वही योग व खेलकूद के माध्यम से मानसिक और बौद्धिक क्षमता बढ़ाने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है। हालांकि यह विद्यालय कान्वेंट स्कूलों से एक कदम आगे बढ़कर सर्व सुविधा युक्त शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहा है।
विकास खंड सकलडीहा का प्राथमिक विद्यालय सरेसर शिक्षा के क्षेत्र में एक अलग पहचान बनाने का काम किया है। यहां कायाकल्प के सभी मापदंड पूरा करने के अलावा विद्यालय में वाटर कूलर, समरसेबल,हैंडवाश , उच्च कोटि का शौचालय के अलावा गुणवत्ता युक्त रंग रोगन व चित्रांकन अपने आप में विद्यालय की शोभा बढ़ा रहा है। विद्यालय में कुल 102 बच्चों के सापेक्ष प्रधानाध्यापक अवनीश कुमार यादव ,सहायक अध्यापक संजय सिंह ,साधना देवी,अरुणा लता, किरण कुमारी,मनीषा सिंह, शिक्षामित्र संजीव यादव, कुमारी शांति सहित कुल 8 अध्यापक पठन-पाठन की जिम्मेदारी संभाले हुए। यहां कान्वेंट स्कूलों की तर्ज पर कुर्सी,टेबल,पंखा के अलावा फर्श पर टाइल्स मार्बल सहित तमाम सुविधाएं मुहैया कराई गई। यहां पर अपने बच्चों के नामांकन कराने के लिए अभिभावकों की होड़ सी मची रहती है। बच्चों में बौद्धिक क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से मनोवैज्ञानिक तरीके से भी शिक्षित किया जा रहा है। वही योगा व खेलकूद के माध्यम से बच्चों को पढ़ने के प्रति रोचकता लाने का काम अध्यापकों द्वारा किया जा रहा है।

इनसेट
प्रधानाध्यापक अवनीश कुमार यादव ने कहा कि हम लोगों का प्रयास है कि विद्यालय में उच्च स्तरीय शिक्षा व सुविधा मुहैया कराकर जनपद का पहला विद्यालय बनाने का काम किया जाय। बच्चों के रोचकता के अनुसार मनोवैज्ञानिक शिक्षा देने का काम बौद्धिक क्षमता बढ़ाने के लिए किया जा रहा है।

LEAVE A RESPONSE

Your email address will not be published. Required fields are marked *