गर्भ में नवजात की मौत के बाद भी चिकित्सक का नहीं पसीजा पसीना, गर्भवती महिला को नहीं किया गया भर्ती,
गर्भ में नवजात की मौत के बाद भी चिकित्सक का नहीं पसीजा पसीना, गर्भवती महिला को नहीं किया गया भर्ती,
जौनपुर – कोतवाली थाना अंतर्गत क्षेत्र बड़ी मस्जिद की एक रुबीना नामक गर्भवती महिला को गंभीर स्थिति में परिजनों द्वारा इलाज हेतु लाया गया महिला जिला चिकित्सालय। परिजनों ने आरोप लगाते हुए बताया कि मेरी मरीज की हालत बेहद गंभीर होने पर अल्ट्रासाउंड कराया गया तो पता चला की गर्भ में पल रहे नवजात शिशु की मौत हो गई हैं जिसे नाजूक स्थिति में आनन फानन में महिला अस्पताल लाया गया किन्तु दो घंटे से अधिक समय बीतने के बाद भी मरीज के परिजनों को हैरान व परेशान किया गया और अस्पताल में तैनात महिला चिकित्सक डा. शिल्पी सिंह द्वारा कहा गया की जहाँ इलाज करवा रहे थे वही लेके जाओ। गंभीर स्थिति में तड़पती गर्भवती महिला मरीज को जिला महिला अस्पताल के डाक्टर द्वारा लापरवाही दिखाते हुए भर्ती नहीं किया गया जबकि परिजनों द्वारा बताया गया की गर्भ में पल रहे नवजात की मौत रात्रि में ही हो गई है उसके बावजूद जिला महिला अस्पताल की डाक्टर द्वारा किसी प्रकार का कोई इलाज न मिलने के कारण हम लोग निजी अस्पताल ले जाने को हुए मजबूर। वही बताते चले की जहाँ एक तरफ प्रदेश के मा. उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक द्वारा स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर जगह जगह दौरा करते हुए निर्देशित किया जा रहा है कि मरीजों के प्रति किसी प्रकार की कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शिकायत मिलने पर कड़ी कार्यवाही किया जाएगा, के बावजूद जनपद के जिला महिला चिकित्सालय के चिकित्सकों के कानों में मा. उप मुख्यमंत्री के आदेश की जू तक नहीं रेंग रही हैं मा. मुख्यमंत्री महोदय के आदेशों को ताख पर रखते हुए महिला चिकित्सालय की चिकित्सक शिल्पी सिंह दिखा रही हैं उप मुख्यमंत्री के आदेश को ठेंगा। उक्त घटना के सम्बन्ध महिला चिकित्सालय की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. तबस्सुम बानो से के दूरभाष द्वारा संपर्क साधने की कोशिश की गई तो मुख्य चिकित्सा अधीक्षक का फोन नही उठा।