14 करोड़ की लागत से बनेगा लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट:जौनपुर के 169 गांव बनाए जाएंगे ओडीएफ प्लस मॉडल, जैविक खाद भी होगी तैयार
जौनपुर के ग्रामीण इलाकों से निकलने वाले गंदे पानी और कचरे के निस्तारण के लिए प्रशासन प्लांट लगाने की तैयारी में है। सॉलि़ड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट की तर्ज पर ग्रामीण इलाकों में प्रशासन द्वारा लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाए जाने की तैयारी है। इसके लिए 169 गांव को चिन्हित कर उन्हें ओडीएफ प्लस मॉडल के तर्ज पर विकसित किया जाएगा। इसके लिए लगभग 14 करोड़ रुपये का बजट शासन की तरफ से जारी किया गया है।
खाद के लिए बनेंगे गड्ढे
ग्रामीण इलाकों से निकलने वाले कूड़े और गंदे पानी के निस्तारण के लिए गांव में ही गड्ढे और खाद के लिए गड्ढे बनाए जाएंगे। स्वच्छ भारत मिशन फेस टू के अंतर्गत ओडीएफ प्लस योजना के तहत 169 गांव में ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन के लिए कार्य कराया जाएगा। ग्रामीण इलाकों में भी स्वच्छता का संदेश देने के लिए शासन द्वारा यह योजना लाई जा रही है। गांव में कूड़े के निस्तारण के लिए कंपोस्ट पिट बनाई जाएगी इनकम पोस्टपेड में जैविक खाद बनाकर किसानों को दी जाएगी।
14 करोड़ की लागत से काम
इस संबंध में जिला पंचायत राज अधिकारी संतोष कुमार ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत यह पहल की जा रही है। जौनपुर के 169 गांव को ओडीएफ प्लस मॉडल गांव बनाने के लिए चयनित किया गया है। शासन की तरफ से 14 करोड़ 13 लाख रुपये जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि इस व्यवस्था के होने के बाद से ग्रामीण इलाकों में कूड़ा करकट बिखरा दिखाई नहीं देगा। इसके लिए घर-घर से कूड़ा उठाकर उसे डंपिंग स्थल पर इकट्ठा भी कराया जाएगा।
लगाया जाएगा ट्रीटमेंट प्लांट
ग्रामीण इलाकों को गंदगी से मुक्त कराने के लिए इस योजना की पहल की गई है। इसके बाद गांव को भी चिन्हित कर लिया गया है। शासन की मंशा है कि यहां ट्रीटमेंट प्लांट लगाया जाए। इतना ही नहीं बल्कि कूड़ा डंपिंग स्थल और कह रहे गंदे पानी के लिए क्लस्टर शोक भी बनाए जाएंगे। जिन गांव को चिन्हित किया गया है उसे मॉडल गांव के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके साथ ही प्लास्टिक कचरे के निस्तारण के लिए भी प्लांट लगाए जाएंगे।