- Homepage
- ताजा समाचार
- भाइयों की कलाई पर सजेगी समूह की बनीं राखियां
भाइयों की कलाई पर सजेगी समूह की बनीं राखियां
प्रतापगढ़
स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने इस बार राखी बनाई है। उनकी बनाई रखी बाजार में दुकानों पर बिक रही है।राज्य आजीविका मिशन एवं कृषि विज्ञान केंद्र कालाकांकर के संयुक्त प्रयास से 40 स्वयं सहायता समूहों का गठन किया गया है। इन समूहों ने कृषि विज्ञान केंद्र के तकनीकी सहयोग से संघ का रूप ले लिया है। इसी कड़ी में स्वयं सहायता समूह की महिलाएं कृषि विज्ञान केंद्र के सहयोग से रक्षाबंधन पर भाइयों की कलाई पर सजने वाली राखियां बना रही हैं। कृषि विज्ञान केंद्र की गृह वैज्ञानिक स्वाती दीपक दुबे से प्रशिक्षण प्राप्त कर आनंद महिला स्वयं सहायता समूह रुई, बत्ती, कुरकुरे, नमकीन, खुर्मा के साथ रक्षाबंधन के लिए राखियां भी तैयार कर रहा है। समूह ने दुकानदारों को राखी बेचकर 40 हजार रुपये भी अर्जित किया। समूह की तैयार राखियां आसपास के बाजार के दुकानदारों को बेची गई है। समूह की गतिविधियां इसी रफ्तार से चलती रहीं तो आने वाले दिनों में महिलाओं की आत्मनिर्भरता में कालाकांकर ब्लॉक का नाम आगे होगा। शनिवार को समूह के कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते केंद्र प्रभारी डा. एके श्रीवास्तव ने उनके कार्यों को सराहा। इस मौके पर डा. रणजीत सिंह आदि मौजूद रहे।