- Homepage
- ताजा समाचार
- एक दर्जन नीम के हरे पेड़ को काट कर उठा ले गए वन माफिया
एक दर्जन नीम के हरे पेड़ को काट कर उठा ले गए वन माफिया
जौनपुर। जलालपुर थाना क्षेत्र में इन दिनों वन माफिया काफी सक्रिय हैं। वन माफिया आए दिन हरे पेड़ों की कटाई धड़ल्ले से कर रहे हैं। वन माफियाओं के विरुद्ध किसी भी प्रकार का कोई कार्रवाई न होने से इनका मनोबल बढ़ा हुआ है।
क्षेत्र के नहोरा गांव में करीब एक दर्जन नीम के हरे-भरे पेड़ों को वन माफिया काटकर गिरा दिए और उसकी लकड़ियां उठा ले गए। दिनदहाड़े दर्जनों पेड़ कट गए परंतु इसकी भनक न तो पुलिस विभाग को लगी न तो वन विभाग को। ग्रामीणों ने बताया कि पेड़ कटाई की सूचना पुलिस तथा वन विभाग के अधिकारियों को दी जाती है परंतु पेड़ कटाई करने वालों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं होती है। जिससे गांव के लोग अब विभाग को सूचना देना बंद कर दिए हैं। नीम के पेड़ की कटाई के बारे में उन्होंने बताया कि करीब 4 दिन पहले कुछ लकड़ी काटने वाले आए और करीब एक दर्जन से अधिक नीम के पेड़ों को काटकर उठा ले गए। वन माफियाओं का विभागीय सांठगांठ होने से यह लोग बेखौफ हैं और धड़ल्ले से पेड़ कटाई कर रहे हैं।
हरे पेड़ों की लकड़ियों से लदे ट्रैक्टर को ग्रामीणों ने पकड़ा, पुलिस ने छोड़ा…
जौनपुर। जलालपुर थाना क्षेत्र के नत्थनपुर गांव में बीते बुधवार को ग्रामीणों द्वारा पकड़ कर पुलिस के हवाले किए गए हरे पेड़ों की लकड़ियों से भरा ट्रैक्टर तथा चालक को पुलिस द्वारा छोड़ देने का मामला सामने आया है। वन माफियाओं के विरुद्ध कार्रवाई न होने से ग्रामीणों में आक्रोश है।
ग्रामीणों को सूचना मिली थी कि कुछ वन माफिया प्रतिबंधित हरे पेड़ शीशम सहित अन्य की कटाई करके उसकी लकड़ियां कहीं बेचने के लिए ले जा रहे हैं जिसके बाद नत्थनपुर गांव में कुछ ग्रामीण इकट्ठा हुए और हरे पेड़ों की लकड़ियों से भरे ट्रैक्टर को घेर कर पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दिये ।मौके पर चंदन तिवारी सहित अन्य पुलिसकर्मी पहुंच गए। आरोप है कि पुलिसकर्मी वन माफियाओं के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन देकर ग्रामीणों से लकड़ियों से भरा ट्रैक्टर तथा ट्रैक्टर चालक को अपने कब्जे में ले लिया और उसे थाने न ले जाकर रास्ते में ही छोड़ दिया। इस मामले में पुलिस का कहना है कि वह छूट प्रजाति की लकड़िया थी जिसे जांच करने के बाद छोड़ा गया है। पेड़ों की कटाई जफराबाद थाना क्षेत्र से हुई है। हालांकि पुलिस के पास ग्रामीणों द्वारा पकड़े गए ट्रैक्टर का कोई भी फोटो नहीं है जिससे यह साबित हो कि ट्रैक्टर पर किस प्रजाति की लकड़ियां लदी हुई थी। ग्रामीण पेड़ कटाई वाले जगह जाकर देखे तो वहां पर आधा दर्जन से अधिक शीशम सहित अन्य हरे पेड़ वन माफियाओं द्वारा काटकर गिरा दिया गया थे तथा कुछ लकड़िया वन माफिया उठा ले गए हैं कुछ लकड़ियां अभी भी वहीं पर पड़ी हुई हैं। पुलिस और वन माफियाओं की सांठगांठ की बात को लेकर क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है।