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जौनपुर में अवैद्य अस्पतालों के खिलाफ चला हंटर,सहारा अस्पताल में लगा ताला,जिले में कितने अस्पतालों के है लाइसेंस

*जौनपुर में अवैद्य अस्पतालों के खिलाफ चला हंटर,सहारा अस्पताल में लगा ताला,जिले में कितने अस्पतालों के है लाइसेंस*

जौनपुर ऑपरेशन के दौरान प्रसूता की मौत के मामले में जिला प्रशासन ने बड़ी कार्यवाही की है, एसडीएम के नेतृत्व में टीम ने अस्पताल में भर्ती 3 मरीजों को जिला महिला चिकित्सालय में भेज दिया है वहीं जांच में मौके पर कोई चिकित्सक न मिलने पर संचालक से स्पष्टीकरण भी मांगा गया है।वही एडिशनल सीएमओ से मीडिया ने पूछा की जिले में कितने अस्पतालों के लाइसेंस है जिसपर उनका जवाब आया कि अप्रैल 2023 के बाद कुल 198 प्रार्थना पत्र नवीनीकरण के लिए आये जिसमे से सिर्फ 26 के लाइसेंस नवीनीकरण हुए तब सवाल ये उठता है तब नगर अवैध अस्पताल किसके इशारे पर चल रहे ह जो आम जनता व बेगुनाहों की जान चंद रुपयों के लिए ले रहे है आखिर इन मौतों का जिम्मेदार कौन है ?

जौनपुर जिले के नगर क्षेत्र लाइनबाजार थाना क्षेत्र स्थित नईगंज दुबे ढाबा के समीप सहारा मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल में जिले के बदलापुर थाना क्षेत्र के रारीकला गांव निवासी संत लाल की पत्नी नगीना देवी को प्रसव पीड़ा होने पर स्वजन रविवार को जौनपुर नगर के नईगंज की सहारा हॉस्पिटल में लेकर आए चिकित्सक ने बच्चा पैदा होने का हवाला देते हुए सीजर करने को कहा घबराए सौजन्य में मांगी धनराशि जमा की सीजर से बच्चा पैदा हुई आरोप है कि गलत उपचार ऑपरेशन इसके बाद अस्पताल कर्मियों एंबुलेंस बुलाकर भेज दिया रास्ते में ही महिला ने दम तोड़ दिया जिलाधिकारी के निर्देश पर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।

– वही इस कार्रवाई के दौरान मौके पर मौजूद लोगों ने नईगंज इलाके में एक दर्जन से ज्यादा अवैध नर्सिंग होम क्लीनिक संचालक का आरोप लगाया कहा कि स्वास्थ विभाग की मिलीभगत से नीम हकीम सिर्फ लोगों का शोषण कर रहे हैं बल्कि गलत उपचार से लोग गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं तो कई की जान चली जा रही है आरोप को गंभीरता से लेते हुए उप जिलाधिकारी ने मैं फोर्स के साथ बगल में स्थित इन्द्रा हॉस्पिटल पहुंचे यहां भी कोई चिकित्सक नहीं मिला मौजूद कर्मचारियों कुछ जानकारी नही दे पाए नहीं कोई कागजात दिखा सके,एसडीएम ने संचालक को कागजात के साथ कार्यालय में तलब किया है दूसरी तरफ छापेमारी की भनक लगते आसपास कई अस्पतालों के कर्मचारी फरार हो गए राजू कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जनपद में अप्रैल के बाद अस्पतालों के लाइसेंस दिए गए हैं 198 अस्पतालों के लाइसेंस अस्पतालों के लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए आया हुआ था जिसमे से सिर्फ 26 अस्पताल के लाइसेंस को नवीनीकरण किया गया तब थ सवाल उठता है कि सैकड़ो की संख्या में चल रहे हैं अस्पताल जिले में कौन चलवा रहा है जो आम जनता बेगुनाहों की जान लेने के लिए स्लाटर हाउस की तरह जिले में काम कर रहे हैं और इन मौतों का जिम्मेदार कौन है ?

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