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प्रधान जी का भ्रष्टाचार चरम पर, मध्यान्ह भोजन शौचालय और स्वच्छ भारत मिशन को लगाया चूना
प्रधान जी का भ्रष्टाचार चरम पर, मध्यान्ह भोजन शौचालय और स्वच्छ भारत मिशन को लगाया चूना
कोनी/प्रतापगढ़
शिक्षा के मंदिर में ग्राम प्रधान की उदासीनता ने शिक्षा के मंदिर को निम्न स्तर पर ला दिया। मामला मगरौरा ब्लाक के अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय रामचंद्रपुर का है। जहां पर विद्यालय में आज के मध्यान भोजन के मेन्यू में प्रशासन द्वारा 10 किलो आटा 6 किलो सब्जी और 500 ग्राम घी का मैन्यू निर्धारित किया गया है। यह मैं न्यू 100 बच्चों पर निर्धारित किया गया है। लेकिन आज जांच करने पर विद्यालय में उपस्थित बच्चों की संख्या 85 पाई गई।इन बच्चों के भोजन के मेन्यू में आटा फल और घी गायब मिला। मध्यान भोजन का समय 11:00 बजे निर्धारित किया गया है लेकिन 10:15 बजे तक बच्चों के मध्यान भोजन के लिए कोई भी सुविधा उपलब्ध नहीं थी। बाद में रसोईया 4 किलो आलू 1 किलो बैगन आधा किलो टमाटर 2 किलो तेल लेकर आई। विद्यालय में उपस्थित पचासी बच्चों की संख्या थी जबकि प्रशासन की तरफ से विद्यालय में साफ-साफ दिखाया गया है कि 100 बच्चों के मेन्यू पर 10 किलो आटा 6 किलो सब्जी 500 ग्राम घी की उपस्थिति अनिवार्य है। इसके साथ ही बच्चों के लिए बनाए गए शौचालय की बदहाल व्यवस्था ने ग्राम प्रधान की पूरी पोल खोल कर रख दी। बालक एवं बालिकाओं के लिए बनाए गए शौचालय में बालिकाओं के शौचालय के कमरे में स्नानागार का कमरा मिला,जबकि बालक के शौचालय के कमरे का ताला बंद मिला। तो दूसरी तरफ स्वच्छ भारत मिशन के तहत कूड़ेदान के लिए रखे गए कूड़ेदान का डब्बा ही कूड़ेदान बन गया है। बच्चों के हाथ धोने के लिए और पीने के लिए लगाई गई टोटियां भी उखड़ी पड़ी मिली