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- दलित महिला की पुकार को सुनकर जिला अधिकारी ने तत्काल काम बंद कराने का आदेश दिया।
दलित महिला की पुकार को सुनकर जिला अधिकारी ने तत्काल काम बंद कराने का आदेश दिया।
दलित महिला की पुकार को सुनकर जिला अधिकारी ने तत्काल काम बंद कराने का आदेश दिया।
मड़ियाहूँ
स्थानीय नगर के गंज यादव बस्ती में दलित लालता हरिजन की जमीन पर बीते गुरुवार को भू माफियाओं इमरान उर्फ गुड्डू व नगर पंचायत अध्यक्ष पति कमाल फारुकी अपने गुर्गों के साथ स्थानीय पुलिस प्रशासन की मदद से विवादित भूखंड 536 पर निर्माण करा रहे थे जिसका वाद कमिश्नरी वाराणसी मंडल में विचाराधीन है जिसकी सुनवाई दिनांक 03/०२/ 2021 फरवरी को होना है। पर दलित लालता व भतीजा हौसला बहू सरोजा आदि निर्माण कार्य को रोकने का प्रयास करने लगे पर कोतवाली पुलिस ने दलितों को हवालात में बंद कर निर्माण कार्य शुरू करा दिया और रात 8:00 बजे इन्हें जमानत पर छोड़ दिया गया दूसरे दिन कार्य ना रुकने पर दलित थक हारकर जिलाधिकारी जौनपुर के दरबार में शिकायती पत्र लेकर गुहार लगाई विद्वान जिलाधिकारी ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए तत्काल काम बंद करने के लिए उपजिलाधिकारी मड़ियाहूँ संजय मिश्रा को निर्देशित किया मौके पर पहुंचकर उपजिलाधिकारी व क्षेत्राधिकारी राजेन्द्र प्रसाद ने शुक्रवार की शाम काम बंद कर दिया इस संबंध में दूरभाष पर पूछने पर उपजिलाधिकारी ने बताया जिला अधिकारी के आदेश पर काम बंद हुआ है जब उनका आदेश होगा तभी कार्य पुनः शुरू होगा ।दलितों का आरोप लगाया है कि मेरे पिता का नाम सन 1952 से खतौनी पर चला आ रहा है और उनकी मृत्यु के बाद हम दोनों भाई लालता व कामता का नाम दर्ज चला आ रहा है सन 2016 में भूमाफिया इमरान उसके भाई की नजर इस जमीन पर पड़ी और कूटचरित्र कर कागजों में हेराफेरी कर अपना नाम एकतरफा चढ़वा लिया था जिस पर प्रार्थी के विरोध पर दस्तावेज का अवलोकन कर भू माफिया का नाम काट दिया गया था वर्तमान समय में भूमाफिया नगर पंचायत अध्यक्ष पति कमाल फारुकी को मिलाकर फिर अपना नाम रसूख के बल पर एकतरफा चढ़वा लिया और उन्हें 45 फुट जमीन रजिस्ट्री कर दिया जबकि रजिस्ट्री के दिन से 36 दिन का समय एतराज के लिए सरकार द्वारा दिया जाता है और ना ही नाम दाखिल खारिज किया गया और रजिस्ट्री के 1 सप्ताह बाद धनबल के कारण जमीन कब्जा करने का प्रयास नगर पंचायत अध्यक्ष पति कमाल फारुकी अपने गुर्गो के साथ करने लगे और विरोध करने पर हम लोगों को मारा पीटा और मेरी बहू का साड़ी भी खींच कर अपमानित किया और धनबली होने के कारण स्थानी प्रशासन से हम लोगों कोतवाली में मारा पीटा गया और मुकदमा भी लिखवा दिया।