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दिवाली पर्व इस बार दुर्लभ संयोग बनने की वजह से यह पर्व सभी के लिए फलदाई होगा

विधि विधान से करें पुजा
दिवाली पर्व इस बार दुर्लभ संयोग बनने की वजह से यह पर्व सभी के लिए फलदाई होगा। आइए जानते हैं की दिवाली पर माता लक्ष्मी और भगवान गणेश तथा चौघड़िया का शुभ मुहूर्त क्या होगा।

कब है धरतेरस और क्या हैं पूजा के शुभ मुहूर्त:
धनतेरस या धनत्रयोदशी:- 12 नवंबर,

धनतेरस पूजा मुहूर्त-: शाम 4:57 बजे से शाम 6:50 बजे तक।

प्रदोष काल: प्रातः- 4:50 से प्रातः 7:33 तक।

वृषभ काल:- 4.57 से 18:50

किस दिन मनाई जाएगी नरक चतुर्दशी:
नरक चतुर्दशी आम तौर पर दिवाली से एक दिन पहले मनाई जाती है। इसे रूपचौदस भी कहा जाता है। इस दिनस्नान का शुभ मुहूर्त शाम 5.23 बजे से शाम 6.43 बजे तक है। नरक चतुर्दशी को भारत के कुछ हिस्सों में रूप चतुर्दशी और रूप चौदस के रूप में भी जाना जाता है।

लक्ष्मी-गणेश पूजन का शुभ मुहूर्त:
लक्ष्मी पूजा: 14 नवंबर की शाम 5:28 से शाम 7:24 तक लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त रहेगा. 14 नवंबर की शाम 5:49 से 6:02 बजे तक सर्वश्रेष्‍ठ मुहूर्त होगा.। 14 नवंबर की शाम 5:28 से रात 7:24 बजे तक वृषभ काल मुहूर्त होगा।

लक्ष्मी पूजा 2020: चौघड़िया मुहूर्त:
14 नवंबर की दोपहर 02:17 से शाम को 04:07 बजे तक, उसी दिन शाम को 05:28 से शाम 07:07 बजे तक, रात में 08:47 से देर रात 01:45 बजे तक और अगले दिन प्रात: 05:04 से 06:44 बजे तक चौघड़िया मुहूर्त होगा।

लक्ष्मी पूजा 2020 मुहूर्त गृहस्थों के लिए:
14 नवंबर की शाम 5:49 से 6:02 बजे तक गृहस्‍थों के लिए लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त होगा। प्रदोष काल मुहूर्त:-14 नवंबर की शाम 5:33 से रात्रि 8:12 बजे तक होगा। वृषभ काल मुहूर्त:- 14 नवंबर की शाम 5:28 से रात्रि 7:24 बजे तक रहेगा। सिंह लग्न मुहूर्त:-14 नवंबर की मध्य रात्रि 12:01 से देर रात 2:19 बजे तक रहेगा।

व्यापारियों के लिए लक्ष्मी पूजा मुहूर्त:
दोपहर 12:09 से शाम 04:05 तक सर्वश्रेष्ठ अभिजीत मुहूर्त रहेगा।

अमावस्या तिथि का पेंच: कार्तिक मास की अमावस्या तिथि इस बार 14 नवंबर से प्रारंभ होगी और अगले दिन 15 नवंबर की सुबह 10:36 बजे तक रहेगी. चूंकि 14 नवंबर को रात भर अमावस्‍या तिथि रहेगी, इसलिए दिवाली 14 नवंबर को ही मनाई जाएगी. महालक्ष्मी पूजन भी 14 नवंबर की शाम को ही किया जाएगा।

दीपावली के दिन कब रहेगा प्रदोष काल
लक्ष्मी पूजा मुहूर्त: शाम 6 बजे से रात 8 बजे तक

प्रदोष काल – शाम 5:55 बजे से रात 8:25 बजे तक।

वृषभ काल – शाम 6 बजे से रात 8:04 बजे तक।

गोवर्धन पूजा 2020: 15 नवंबर:
गोवर्धन पूजा प्रातःकाल मुहूर्त – प्रातः 6:25 से प्रातः 8:30 तक

गोवर्धन पूजा सायंकला मुहूर्त – दोपहर 2:44 बजे से शाम 4:49 बजे तक ।

भाई दूज 2020: 16 नवंबर:
भाई दूज अपर्णा का समय:-दोपहर 12:39 बजे से 2:44 बजे तक द्वितीया तिथि 15 नवंबर को शाम 5:36 बजे शुरू होगी।

द्वितीया तिथि 16 नवंबर को दोपहर 2:26 बजे समाप्त हो रही है।

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