शिव को जानना ही जीवन की सार्थकता है: अवधेश जी महराज
शिव को जानना ही जीवन की सार्थकता है: अवधेश जी महराज
जौनपुर नगर के शाश्वत उत्सव वाटिका में चल रही नौ दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा एवं मानस मंथन कथा के पांचवें दिन अयोध्या से पधारे परम पूज्य श्री अवधेश जी महाराज और आनंद भूषण जी महाराज ने राम कथा में शिव पार्वती संवाद और राम जन्म का वर्णन किया।शिव ही शक्ति है,भगवान शिव को जाने बिना मनुष्य जीवन के भवसागर से पार नहीं पा सकता।शिव ही सबसे बड़े गृहस्थ है,शिव ही महायोगी है।बाबा को जाने बिना इस लोक को जानना असंभव है।
उक्त बातें पूज्य अवधेश जी महराज ने श्री रामकथा महोत्सव कार्यक्रम के पांचवें दिन सास्वत वाटिका में श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने बताया कि भगवान शिव अवढरदानी है।उनकी उपासना करने से जल्द प्रसन्न होकर मनुष्य के जीवन को सार्थकता की ओर ले जाते है।इस कथा महोत्सव के पांचवें दिन पार्वती शिव संवाद और श्री राम जन्मोत्सव कथा काआयोजन किया गया। भगवान श्री रामचंद्र जी के जीवन के बारे में विस्तार से वर्णन किया तो वही माता सीता और भगवान श्री राम के विवाह का भी सचित्र वर्णन श्रद्धालुओं के समक्ष प्रस्तुत किया जिसको देखकर श्रोता भाव विभोर हो गए।
वही कथावाचक आनंद भूषण जी महाराज ने विस्तृत रूप से श्रीमद् भागवत कथा के बारे में विस्तार से बताया भगवान श्री कृष्ण ने रुक्मणी भगवान श्री कृष्ण की तमाम लीलाओं के बारे में विस्तार से बताया साथ ही भगवान श्री कृष्ण ने किस प्रकार कंस का पूतना का वध किया वसुदेव और देवकी जी ने किस प्रकार श्री कृष्ण जी का पालन पोषण किया भगवान श्री कृष्ण ने किस प्रकार लोगों का उद्धार किया इसके बारे में भी श्रद्धालुओं को विस्तार से बताया। लोक समक्ष सजीव चित्रण भी किया जिसको देखो दर्शकों उस युग में हुए भगवान श्री कृष्ण के तमाम लीलाओं का आनंद उठाया ।महराज जी के कर्णप्रीय गीतों से भक्तगण भावविभोर होकर झूम उठे।कथा में प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हो रहे है। वही कार्यक्रम संयोजक श्रीमती इंदिरा जयसवाल व गोपाल जयसवाल ने आए हुए अतिथियों का स्वागत किया। साथ ही कार्यक्रम के मुख्य यजमान मुन्नीलाल सेठ व दिलीप सेठ ने लोगों से आग्रह किया कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंचे भगवान श्री राम की कथा और श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करें और अपने जीवन को सफल बनाएं। कथा में प्रमुख रूप से सहयोग करने वालों में हरिराम केसरवानी कृष्ण चंद गुप्ता रामचंद्र सेठ दीपक श्रीवास्तव पत्रकार राकेश श्रीवास्तव संजय साहनी बादल सिंह रामचंद्र सेठ मामा मुनीलाल सेठ आशीष श्रीवास्तव रिंकू ,सूरज सोनी आदि लोग प्रमुखरूप से सहयोग कर रहे हैं।