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अगर सारी एनर्जी एक दिशा में लगाई जाए तो बहुत बड़ा इतिहास रचा जा सकता है:शिवम पाण्डेय

*बेहद गरीब ब्राह्मण परिवार में जन्मे ,बचपन से खूब मेहनत करके अपनी सफलता का रास्ता बनाने वाले युवाओं के प्रेरणा स्रोत शिवम पांडे की कहानी*

जहां लोग बेरोजगारी पर सरकार पर दोषारोपण करते हैं उस परिस्थिति को किस प्रकार उन्होंने बदला ,

आपको बता दें कि शिवम पांडे का जन्म 14 नवंबर 1996 में नेपाल बॉर्डर के पास एक छोटे से गांव मानपुर में हुआ इनके पिता देव नारायण पांडे देवरुवा तिराहे पर बने एक मंदिर के पुजारी हैं, वहां पर पूजा आरती करके जो कुछ भी मिलता था ,उससे शिवम पांडेय और उनके तीन परिवार की परवरिश करते थे

बेहद गरीब होने के बावजूद उनके पिता ने हिम्मत नहीं हारी और शिवम की प्राथमिक शिक्षा स्वतंत्रता सेनानी उदय राज शुक्ला इंटर कॉलेज देवरुवा और 11वीं 12वीं की शिक्षा गांधी आदर्श विद्यालय बढ़नी से प्राप्त की ,

ग्रेजुएशन विमला विक्रम पीजी कॉलेज से किया पैसे के अभाव की वजह से आगे की पढ़ाई संभव नहीं हो पाई ।

इस बात को लेकर उनके मन में एक प्रश्न ,जो बहुत ज्यादा दुखी करता था कि कहीं ना कहीं इंसान पैसे के अभाव में अपने सपनों को पूरा नहीं कर पाता ।

तभी उन्होंने निर्णय लिया कि अगर इंसान मेहनती हो तो कुछ भी हासिल कर सकता है और उन्होंने अपना कैरियर इंडिया की नंबर वन नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी वेस्टीज प्राइवेट लिमिटेड के साथ नवंबर 2015 में शुरूआत किया ।

*साधन के नाम पर मात्र 1 साइकिल थी, वहां से अपने काम को अपने पूर्वजों के आशीर्वाद के साथ शुरू किया लगातार अथक मेहनत और प्रयास से पूर्वांचल के सबसे कम उम्र 22 साल की उम्र में वेस्टीज का एक बेहतरीन लेबल क्राउन डायरेक्टर* किया।

*लगातार यूथ को अपने अंदर की छमता का एहसास दिलाते हुए उन्होंने एक बहुत बड़ा यूथ नेटवर्क तैयार किया, जो अपने दम पर अपनी जिंदगी जी रहे हैं ।*

यह मुहिम जो इंडिया से शुरू हुआ था इंडिया में ही नहीं बल्कि उनके विचारों को प्रभावित होकर नेपाल और कई देशों के यूथ लगातार उनसे जुड़ते जा रहे हैं ।

जो कहानी साइकिल से शुरू हुई थी वह धीरे-धीरे एक बहुत बड़े रूप में तब्दील होती गई पिछले 5 साल में अगर अचीवमेंट की बात की जाए तो बहुत सारे युवाओं को जागरूक किया उन्होंने,उन्हें सही मार्गदर्शन देकर उनके जीवन में ना सिर्फ रोजगार बल्कि सामाजिक ज्ञान और बहुत सारे युवाओं को कहीं ना कहीं बहुत बड़े अचीवमेंट पर ले गए और वह कहते हैं कि *अगर इंसान में अथक मेहनत और खुद पर विश्वास है साथ ही दृढ़ संकल्प है तो कुछ भी करना मुश्किल नहीं है*

*अगर सारी एनर्जी एक दिशा में लगाई जाए तो बहुत बड़ा इतिहास रचा जा सकता है*

उनके अच्छे और बेहतरीन काम को देखते हुए आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद श्री संजय सिंह ने उनके कामों की सराहना करते हुए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया था

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