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दिसंबर 2020 से फरवरी 2021 के दौरान तापमान के लिए मौसमी दृष्टिकोण

दिसंबर 2020 से फरवरी 2021 के दौरान तापमान के लिए मौसमी दृष्टिकोण

आगामी शीतकाली मौसम (दिसंबर से फरवरी) के दौरान भारत के उत्तर, उत्तर-पश्चिम, मध्य के अधिकांश उपमंडलों में तथा पूर्व भारत के कुछ उपमंडलों में न्यूनतम तापमान सामान्य से कम रहने की संभावना है

वर्तमान में, मध्य और पूर्वी भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर में समुद्र की सतह का तापमान सामान्य से कम है

शीतकालीन मौसम के अंत के अंत तक मध्यम ला नीना स्थितियां जारी रहने की संभावना है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार:

हाइलाइट

आगामी सर्दियों के मौसम (दिसंबर से फरवरी) के दौरान, भारत के उत्तर, उत्तर-पश्चिम, मध्य के अधिकांश उपमंडलों में तथा पूर्व भारत के कुछ उपमंडलों में न्यूनतम तापमान सामान्य से कम रहने की संभावना है।

पृष्ठभूमि

2016 से भारत मौसम विभाग (आईएमडी/आईएमडी), पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय (एमओईएस/एमओईएस) गर्म और सर्द दोनों मौसमों के लिए देशभर में तापमानों के उपमंडल तापक्रमों के लिए मौसम पूर्वानुमान दृष्टिकोण जारी कर रहा है। ये प्रागुक्तियां मॉनसून मिशन परियोजना के तहत विकसित की है। मौसम विभाग ने अब आगामी शीतकालीन मौसम के लिए उप मंडल औसत तापमानों के लिए मौसमी दृष्णकोण तैयार किया है और उसी को यहां प्रस्तुत किया गया है।

एमएससीएफएस/एमसीएफएस में लगभग 38 किमी का स्थानिक विभेदन और मॉडल भौतिकी के बेहतर मॉड्यूल है। 16 वर्षों (2003-2018) के हिंडकॉस्ट पर आधारित जलवायु विज्ञान मॉडल तैयार किया गया था। 2020 नंवबर की प्रारंभिक स्थितियों के आधार पर एमएससीएफएस/एमसीएफएस अनुकार का उपयोग करके मौसमी तापमान पूर्वानुमान दृष्टिकोण तैयार किया गया था। पूर्वानुमान को 34 एनसेंबल सदस्य पूर्वानुमानों का उपयोग करके तैयार किया गया था। मॉडल हिंडकास्ट औऱ पूर्वानुमानों को संभाव्यता वितरण कार्य (पीडीएफ) विधि का उफयोग करके पूर्वाग्रह संशोधित किया गया है। 2003-2018 की अवधि के दौरान उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के कई उपमंडलों पर मॉडल हिंडकास्ट मध्यम कौशल दिखाते हैं।

2- दिसंबर जनवरी, फरवरी मौसम (दिसंबर 2020 से फरवरी 2021 तक) के लिए पूर्वानुमान

चित्र-1 और चित्र-2 दिसंबर 2020 से फरवरी 2021 (दिसंबर, जनवरी, फरवरी) मौसम के लिए क्रमश: प्रागियुक्ति उपमंडलीय संभाव्यता और उप मंडल औसत न्यूनतम और अधिकतम तापमान विसंगतियों (दीर्घावधि सामान्य प्रस्थान) को दर्शाता है। न्यूनतम तापमान के लिए संभावित पूर्वानुमान (चित्र 1) उत्तर, उत्तर, उत्तर पश्चिम, मध्य के अधिकांश उपमंडलों और पूर्व भारत के कुछ उपमंडलों में सामान्य से कम न्यूनतम तापमान दर्शाता है। उत्तर पूर्व भारत के अधिकांश उपमंडलों, पश्चिम तट औऱ दक्षिण प्रायद्वीप भारत के कुछ उप मंडलों में सामान्य से अधिक न्यूनतम तापमान का अनुभव होने की संभावना है।

3- प्रशांत महासागरमें एनसो (ईएनएसओ) स्थितियां वर्तमान में, मध्य और पूर्वी भूमध्य ला नीना स्थितियां प्रचलित है। नवीनतम एमसएसीएफएस/एमएमसीएफएस पूर्वानुमान इंगित करता है कि कम से कम शीतकालीन मौसम के अंत के अंत तक मध्यम ला नीना स्थितियां जारी रहने की संभावना है।

4- विस्तारित रेंज पूर्वानुमान सेवाएं

आईएमडी द्वारा संपूर्ण देश में अधिकतम औऱ न्यूनतम तापमानों का प्रत्येक सप्ताह अद्यनीत विस्तारित रेंज पूर्वानुमान (अगले चार सप्ताहों के लिए 7 दिन का औसत पूर्वानुमान) भी प्रदान करता है। यह आईएमडी के वर्तमान में क्रियाशील मल्टी मॉडल एनसेम्बल गतिकीय विस्तारित रेंज पूर्वानुमान प्रणाली पर आधारित है। पूर्वानुमान आईएमडी वेबसाइट https://mausam.imd.gov.in/imd_latest/contents/extendedrangeforecast.php)के माध्यम से उपलब्ध है।

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