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टीवी लगाओ पैसे कमाओ’ के नाम पर करोड़ों ठगे, बनारस के डाक्टर-कारोबारी और शिक्षक भी लुटे
गुजरात के अहमदाबाद की एक कंपनी ने टीवी लगाओ पैसे कमाओ के नाम पर हर महीने पांच हजार रुपये की कमाई का सपना दिखाकर करोड़ों रुपये ठग लिये। शुक्रवार को ठगी की जानकारी होने पर मामला कैंट थाने पहुंचा। कंपनी की फ्रेंचाइजी के नाम पर शहर के कुछ लोगों ने पचास लाख रुपये तक का निवेश कर दिया है। एक अनुमान के अनुसार केवल वाराणसी में 13 करोड़ की ठगी का मामला सामने आ रहा है।
गाजीपुर के औंड़िहार के रहने वाले राजेश कुमार सिंह ने नटिनिया दाई क्षेत्र की सर्वेश्वरी नगर कॉलोनी में पिछले वर्ष अहमदाबाद की कंपनी ‘कैची पिक्सल’ का फ्रेंचाइजी कार्यालय खोला। इसकी शाखाएं चोलापुर, शिवपुर, नटिनियादाई, चितईपुर, रथयात्रा, दुर्गाकुंड में भी खोली गईं। बनारस का प्रभारी राजेश ही है। उसने लोगों को अपने घर दुकान या दफ्तर पर कहीं भी टीवी लगाने और उस पर चलने वाले विज्ञापन देखने के एवज में प्रतिमाह मानदेय देने की बात कही थी। इसके लिए कंपनी की ओर से एलईडी टीवी भी दी गई।
धीरे-धीरे लोग जुड़ते गए तो राजेश ने उनसे 45 हजार व 83 हजार के दो पांच साल वाले प्लान में निवेश कराना शुरू कराया। हर महीने पांच हजार मिलने के कारण भरोसा जम चुका था, इसलिए डॉक्टरों, शिक्षकों और व्यवसायियों समेत अनेक लोगों ने निवेश करना शुरू कर दिया। इस बीच उसने कंपनी के इन सदस्यों को दूसरा सदस्य बनाने पर 23 सौ रुपये बतौर कमीशन भी देने लगा। लॉकडाउन के दौरान घर पर ही रहने के कारण लोगों ने खूब निवेश किया।
हर महीने दस तारीख तक लोगों को अपनी कमाई मिल जाती थी। लेकिन इस बार नहीं मिली तो लोग राजेश के घर पहुंच गए। उसने बताया कि मंदी के कारण कंपनी बंद कर दी गई है। यह सुनते ही लोगों के होश उड़ गए। हंगामा शुरू हो गया। लोग राजेश को लेकर पुलिस चौकी पहुंचे और पूरी कहानी बताई।पुलिस के अनुसार कैंची पिक्सल कंपनी ने बनारस के अलावा देश के कई शहरों में अपनी फ्रेंचाइजी दे रखी है।
एक अनुमान के अनुसार 100 करोड़ रुपये के निवेश की जानकारी मिली है। पता चला है कि कंपनी एक जनवरी 2018 को बनाई गई। यह कंपनी दूसरी कंपनियों से विज्ञापन लेकर अपने सरवर के जरिये लोगों को टीवी पर दिखाती थी। उसी विज्ञापन को देखने के एवज में लोगों को पैसे मिलते थे। पुलिस ने गाजीपुर के मूल निवासी युवक को हिरासत में ले लिया है। उससे पूछताछ चल रही है। सीओ कैंट मुश्ताक अहमद ने बताया कि निवेशकों की तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।