लेखक के कलम से

हम एक दूजे के बनें

॥ ➖हम एक दूजे के बनें➖ ॥ 〰️〰️〰️➖🌹➖〰️〰️ 👉 पति-पत्नी को एक दूसरे का यथार्थ रूप लेकर चलना आवश्यक है । मनुष्य में गुण-दोष होने स्वाभाविक है । गुणों में एकदम वृद्धि तथा दोषों को एकदम मिटाना संभव नहीं, जैसा…

चार मोमबत्तियां

*🌳🦚आज की कहानी🦚🌳* *💐💐चार मोमबत्तियां💐💐* रात का समय था, चारों तरफ सन्नाटा पसरा हुआ था , नज़दीक ही एक कमरे में चार मोमबत्तियां जल रही थीं। एकांत पा कर आज वे एक दुसरे से दिल की बात कर रही थीं।…

‘क्या कहते हो कुछ लिख दूँ मैं, ललित-कलित कविताएं। चाहो तो चित्रित कर दूँ, जीवन की करुण कथाएं

कवि सुभद्रा कुमारी चौहान जयंती ‘क्या कहते हो कुछ लिख दूँ मैं, ललित-कलित कविताएं। चाहो तो चित्रित कर दूँ, जीवन की करुण कथाएं॥’ साल 1904 के 16 अगस्त को, नाग पंचमी के शुभ दिन जब इलाहाबाद के निकट ठाकुर रामनाथ…

दो राज्यों के बॉर्डर पर है यह अनोखा स्टेशन

Bhawani Mandi Railway Station News: भवानी मंडी (Bhawani Mandi Railway Station Latest News), देश का एक ऐसा अनोखा रेलवे स्टेशन जिसकी हर बात हैरान करने वाली है. यह स्टेशन मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh News) और राजस्थान (Rajasthan News Today) के…

कोई किसी का अपमान क्यों करता है ????????

अपमान कोई व्यक्ति दूसरे का अपमान क्यों करता है ??? क्या आपने कभी सोचा है ?? वैसे तो हम भी बिना कारण बहुतों का अपमान कर देते हैं .हमारा अपना अपमान भी बहुत बार होता है.संसार का सारा व्यवहार एक…

डिजिटल डेटॉक्स का महत्व,आपको डिजिटल डिटॉक्स पर क्यों जाना चाहिए?

डिजिटल डेटॉक्स का महत्व सोशल मीडिया के उपयोग ने हमारे जीवन को कई तरह से समृद्ध किया है यदि सही और मामूली रूप से उपयोग किया जाए। आपको परिवार, दोस्तों के साथ जुड़े रहने के लिए प्रोत्साहित कर सकता है…

संस्कारित हो अपने बच्चे,तभी तो होगा बेहतर भविष्य

᯽ *“संस्कारित हो अपने बच्चे”* ᯽ ✼ जैसा बीज होगा वैसा ही वृक्ष होगा वैसा ही उसका फल होगा। बच्चो में जैसे डालोगे संस्कार, वैसा ही बनेगा उसका विचार और वैसे ही पायेंगे उससे सद व्यव्हार। ✼ अच्छे संस्कारों से…

आनंद मरा नही ,आनंद मरा नही करते| संतोष पांडेय @स्वदेशी चेतनामंच

साहित्य और समाज का चोली- दामन का साथ है । समाज की कथा – व्यथा ,साहित्य के लिए कथानक तैयार करती है और यही कथानक4 कालांतर में समाज के रंगों में रक्त के समान प्रवाहित होने लगता है । फ़िल्म…

पर उसका मन तो अपनी प्रेयसी के पास ही रहता है

****लिखे जो खत तुझे ……*** संतोष पांडेय ,स्वदेशी चेतना मंच अतीत चाहे जैसा भी हो उसकी स्मृतियां प्रायः सुखद होती है । अपने फुरसत के क्षणों में हम जब यादों के गरीचे में भ्रमण करते है तो कुछ खट्टे -कुछ…

लेखक के कलम से

***प्रेम सबसे बड़ा वायरस है ***

संतोष पांडेय स्वदेशी चेतना मंच ब्राज़ीलियाई साहित्यकार पाउलो कोएल्हो ने अपने एक उपन्यास – the alchemist में एक लाइन लिखी है ” मैं किसी से प्यार करता हूँ क्योंकि उससे प्यार करता हूँ। प्यार करने के लिए किसी कारण की…